रिपाेर्टः हनी झांझरी। राष्ट्रीय आपदा माेचन बल (एनडीआरएफ) देशभर में तैनात अपनी बटालियनाें के बीच विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियाेगिताआें का आयाेजन कर जवानाें के बीच से खेल प्रतिभाआें काे उभारने के साथ ही शारीरिक-मानसिक तंदुरुस्ती काे भी बढावा दे रहा है। इसी कडी में बल मुख्यालय के निर्देश पर गुवाहाटी स्थित प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ के तत्वावधान में इंटर बटालियन वालीबाल टूर्नामेंट का आयाेजन किया गया।
गत 6 जनवरी से 9 जनवरी तक प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ के कमांडेंट आर एस गिल की देखरेख में यह टूर्नामेंट सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। एनडीआरएफ बटालियन हरिनघाटा (कोलकाता), मुंडली, अरकोनम, पुणे, वडोदरा, भटिंडा, गाजियाबाद, पटना, विजयवाड़ा, वाराणसी, दोईमुख (इटानगर) और गुवाहाटी कुल १२ टीमों ने चार दिवसीय टूर्नामेंट में भाग लिया।
फाइनल मैच प्रथम बटालियन और बारहवी बटालियन एनडीआरएफ के बीच खेला गया जिसमे बारहवीं बटालियन एनडीआरएफ ने काफी अच्छा व प्रतिस्पधात्मक खेल का प्रदर्शन करते हुए विजयी रही । फाइनल मैच मुख्य अतिथि आर एस गिल, कमांडेंट, प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ, गुवाहाटी, असम की उपस्थिति में खेला गया । मुख्य अतिथि ने विजेता व उपविजेता टीमों को क्रमश प्रथम एवं द्धितीय पुरस्कार (ट्रॉफी) प्रदान किया और अन्य खिलाड़ियों के बीच पुरस्कार का वितरण किया तथा विजेता और उपविजेता टीमों को बधाई दी व टूर्नामेंट में अन्य टीमों की अच्छे प्रदर्शन के लिए सराहना की ।
खेल के सफल आयोजन पर आयोजन समिति के अधिकारियों तथा सह कर्मचारियों की काफी तारीफ की तथा खेल को सफल बनाने के लिए सभी लोगों का धन्यवाद किया । मुख्य अतिथि महोदय ने बताया की खेल से खेल भावना तथा आपसी भाईचारे का विकास होता है । खेल न केवल शारीरिक स्वस्थ व विकास हेतु बल्कि मानसिक तथा बौद्धिक क्षमता के विकास के लिए भी आवश्यक है। इस प्रकार खेलो के आयोजन से हमें काफी ऊर्जा व ताकत मिलती है।
ये भी देखेंः
असम व जैनधर्म का संबंध है शताब्दियाें पुराना : दिगम्बर जैन महासभाध्यक्ष निर्मल सेठी
तालाबंदी में अनूठी शादी! दुल्हन काे लेकर 90 KM की साइकिल यात्रा कर दूल्हा पंहुचा घर